DATE: 2023-08-27
सन् 1942 में जब ऐन फ्रैंक, जो अब ऐनी फ्रैंक के नाम से मशहूर है, नात्ज़ियों की तरफ से छुपा था, तो उसे कुछ नहीं मालूम पड़ा कि उसका छिपने का स्थान एमस्टरडम शहर (अँग्रेज़ी) में एक दिन होगा.यह घर नात्ज़ी अत्याचारों की दुःखद याद दिलाता है, लेकिन इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा फिर भी.आज, हम अंधेरे माल के लिए कोई अजनबी नहीं हैं.आर्न फ्रैंक का घर इतना घोर माल - भरा है कि दुनिया के सभी लोगों से मिलने आते हैं.ऐन फ्रैंक्स भूतपूर्व निवास, जो ऐनी फ्रैंक हाउस के नाम से जाना जाता है, एमस्टरडैम, नेदर में एक ऐतिहासिक स्थल है.सन् 1933 में, फ्रैंक फ्रैंक (एनन का पिता) जर्मनी से नैदरलैंड्स आकर एमस्टर् शहर गया जहाँ उसने एक छोटा - सा कारोबार शुरू किया.मई 1940 में, जब जर्मन लोगों नेदरलैंड्स पर हमला किया तब यहूदियों के लिए हालात बहुत खतरनाक हो गए.सिर्फदरलैंड्स में हज़ारों यहूदियों की जान चली गयी.सन् 1942-44 के समय तक यूरोप में कई विनाश शिविरों में आए जहाँ लाखों यहूदी मारे गए थे.इन शिविरों में करीब 60 लाख यूरोप के यहूदी मारे गए और उनमें से पाँच लाख लोगों को युद्ध की कैद में डाल दिया गया.सन् 263 में, फ्रैंक और उसके परिवार ने मिलकर हर साल एक बार फिर अपना कारोबार शुरू किया ।.कुल मिलाकर, दो साल तक एक पुस्तक के पीछे से और कुछ भी नहीं छिपा है ।.इस दौरान, फ्रैंक के कर्मचारी भोजन और सामान में चोरी करते थे ।.इस दौरान ऐन फ्रैंक ने अपने अनुभव और विचारों को एक डायरी में लिख लेने का फैसला किया, जो अब हम ऐनी फ्रैंक की डायरी के तौर पर जानते हैं.उसने अपनी गुप्त जगह रहस्य ऐनक्स का नाम दिया था.दुःख की बात है कि दो साल के छिपने के बाद, इन आठ निवासियों को पकड़ा गया और उन्हें अलग - अलग यातनाएँ और विनाशकारी शिविरों में भेज दिया गया.मिप्पी, फ्रैंक का कर्मचारी, ऐन फ्रांक्स डायरी को बचा लिया और आज पूरी दुनिया में ऐनी फ्रैंक के बारे में जानने की सबसे अहम वजह है.आज, घर - घर में ऐन फ्रैंक और सातों अन्य लोग एक प्रसिद्ध संग्रहालय हैं जहाँ हवा सोम्बी है और आनेवाले उत्सुक अभी तक दर्दनाक इतिहास का स्मरण रखते हैं.यह घर एक संग्रहालय में बदल गया है ताकि ऐन फ्रैंक्सस की याददाश्त और उसके साथ हुए भूकंप के भयानक हादसे को याद करके उन्हें सिखाए जा सकें.ऐन फ्रैंक हाउस पारंपरिक होम दौरे के बजाय एक संग्रहालय प्रदान करता है.वहाँ रहनेवाले लोगों को एक गुप्त व्यक्ति का पता लगाने का अवसर मिलता है जहाँ ऐन और उसके परिवार ने दो साल से ज़्यादा समय तक गोपनीयता में रहना शुरू किया था.सुरक्षित कमरे में अब भी मूल कला और सम्पत्ति है, जो अतीत से एक शक्तिशाली और भावात्मक सम्बन्ध बना रही है.इस संग्रहालय में ऐसे प्रदर्शन भी हैं जो पूरे शहर के इतिहास, फ्रैंक परिवार का अनुभव और दूसरे विश्व युद्ध की विस्तृत छाप प्रदान करते हैं.( तिरछे टाइप हमारे).
Source: https://timesofindia.indiatimes.com/travel/destinations/the-anne-frank-house-a-window-into-the-holocaust/articleshow/103090307.cms