DATE: 2023-08-27
( तिरछे टाइप हमारे).रेलवे अधिकारियों ने कहा कि आग को गैस के टाइटन से बनाया गया है, जो खाना पकाने के लिए उसेच में ले जाया जाता है.सरकारी रेलवे पुलिस ने एक ड्ग व विवू को बताया कि जिस तरह से हवाई जहाज़ पर गैस का इस्तेमाल किया जाता है, उसी वक्त उसे काफी फायदा हुआ.उस अफसर ने आगे कहा कि लकड़ी और कोयले की चीज़ें भी मौजूद थीं, इसलिए शौचालय के एक छोर में खाना - पीना और सामान इकट्ठा करना पड़ता था.अधिकारियों को शक था कि कॉच के जाने के बाद गैस विरूद्ध सवार किया गया है.दक्षिण रेलवे प्रबंधक आरएन सिंह, जो साइट की जाँच और यात्रियों से मिले हैं कहा गया है कि भाग्य आज के रेलवे अधिकारियों को कानून तोड़ने के लिए कानूनी कार्यवाही करने का मौका दिया गया.किसी अपराध का मामला बाद में रजिस्टर किया गया था... ...पावर की सीता कॉल के यात्राों के खिलाफ.नौ शिकारियों को, जिनमें चार स्त्रियाँ भी शामिल थीं वर्ख कुमार सिंह (55), शाटिम स्वीश कूप(65); गहरा कप्पू कासीज़.आठ लोगों को छोटी - मोटी चोटों और जल रही है.रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यू. एस..अगस्त 17 से लेकर आज तक 60 यात्रियों का एक समूह, साथ ही यात्रा विभाग के सेवकों को सफरी काम पर जाने की जगह मिली ।.यह दल माक्रोनी में 3 आया ।.पिछले रात नगरको से जाने के बाद 17रा.जब कोच के पास एक जगह पर पाँच पन्ने थे, तो आग शुरू हुई ।.१५म और तेज़ी से सारी कोच में डूब गए.रिपोर्टें बताती हैं कि कुछ यात्रियों को, संभवतः यात्रा विभाग द्वारा नियुक्त सेवक चाय बना रहे थे.ज़्यादातर लोग बच निकलने में कामयाब हुए, लेकिन जो सो रहे थे जब आग फट गयी.कुछ सेवक इस दृश्य से भाग गए.अशकका कुमांग जो एक उत्तरजीवी था, वर्णन करता है कि यात्रा विभाग के कर्मचारी LPG और लकड़ी का प्रयोग कर रहे थे.“ ट्रेन के दौरान जब तक स्टेशन खड़ा था, वे खाना पकाने के लिए लकड़ी पर भरोसा करते थे, और ट्रेन की गति में एक गैस का सामान लगाते समय उन्होंने कहा कि.यह दल माक्रोनी में 3 आया ।.पिछले रात नगरको से जाने के बाद 17रा.यात्रा - स्थल के अनुसार, यात्रियों की यात्रा में माकूरा और शहर का मशहूर मेशीशियन मंदिर.इसके बाद, उन्हें रामेम जाकर रविवार की रात माऊरा में वापस जाना था.लोगों के जीवन की हानि के लिए यातना प्रस्तुत करते हुए, तमिल मंत्री एम..भारी दुःख के बीच, सीता से शिमप सिंहामा ने टीएन मंत्री पीओली को तिम्करी अस्पताल में दिया गया पुरस्कार स्वीकार किया.कुथन अपनी पत्नी, मितश के शरीर की पहचान कराने के लिए अस्पताल लाया गया.उसने उस भयानक अनुभव का वर्णन किया: “मैं ने एक गड़बड़ी को महसूस किया और उसे तेज़ गर्मी की लहर से ढका ।.मैं चार लोगों को बचाने में कामयाब हुआ, लेकिन थककर चूर - चूर हो गया और मुझे होश नहीं आया.वह कहता है: “जब मैं अपने घर से बाहर निकल जाता हूँ, तो मुझे बहुत खुशी होती है ।.फिर उन्हें लेन्ने के लिए सड़क पर ले जाया गया, जहाँ उनकी लाशों को जलाया जाएगा और फिर अमर अभी तक पानी में बहा दिया जाएगा.हाल ही में रेलवे दुर्घटना ने तीन बारा ब्वाना बालर के बैले स्टेशन पर हमला करने की धमकी दी, जो कि जून २ को 292 लोगों का जीवन मानता था.( तिरछे टाइप हमारे).
Source: https://timesofindia.indiatimes.com/city/madurai/train-fire-in-madurai-claims-9-lives-use-of-gas-stove-confirmed-coal-firewood-found-in-coach/articleshow/103093734.cms