DATE: 2023-08-21
सड़क आगे एक आसान नहीं होगा 06:17 शैंबर ईव्वीज़ E 2023: बेरोज़गारी के लिए बिजली से मुक्त बिजली, आविदारज की घोषणा करता है 10 नई दिल्लीई डीएलीसी पर आयोजित करती है: भारतीय मंत्री आरविन कोल ने सोमवार में एममीएडियटी का विरोध किया.
ऐप, पटाना और गॉरू में रखी पहली दो सभाओं का एक हिस्सा था.मुंबई जाना होगा.आपके साथ परिणाम साझा करेंगे, केजेवीव ने एक घटना की ओर पत्रकारों को बताया कि क्या वह मुंबई में विरोध दलों का आनेवाले सभा में शामिल होगा.एमएपी ने विरोध के बीच एक अप्रत्याशित उपस्थिति दी अपने उत्साहपूर्ण राजनीतिक हितों को कई देशों में सेट कर दिया.पिछले हफ्ते, AAP ने मुंबई की बैठक को एक दिल्ली का नेता द्वारा कही गई एक घोषणा के लिए धमकी दी थी कि महान पार्टी 2024 में सभी सात सीटों पर आयोजित करने वाली प्रतियोगिताओं..इस पर एक ज़बरदस्त प्रतिक्रिया दिखाते हुए, कांग्रेस अपने आप को पुनःसंत्रित करनेवाले टिप्पणी से दूर था और उसने व्याख्या भी दी.यह पहली बार नहीं है कि एपीए और कांग्रेस तलवार पार कर चुके हैं.ब्विन के दूसरे विरोध का सामना करने से पहले, आन्वीन कवल पार्टी ने घोषणा की थी कि यह सभा में भाग लेंगे तभी जब सम्मेलन को इस पर एक खुला घोषणा होगी.आखिर में इस अफसर ने बिल का विरोध करने के लिए जनता की एक बात कही.इसके अलावा, बिल को लाकेह और राज्याआ दोनों में आसानी से पारित कर दिया गया था जबकि सभी लोका के लोग कसावेल दल का समर्थन करते हैं.दरअसल, दिल्ली की सेवाएँ बिल पर वाद - विवाद के दौरान संघीय मंत्री एमेफ शाय ने आपी में एक बदलाव ले लिया और कहा कि जब बिशवी सेवाओं का बिल कोई समझौता हो जाता है तो वह विरोध को छोड़ देगा.जब दो पक्षों का आगेवाला मार्ग राष्ट्रीय स्तर पर विरोध की बड़ी दिलचस्पी के साथ कहता है कि वे कोशिश करते हैं और अपने निजी हितों और राजनैतिक सूलियों को संतुलित कर देते हैं तो वह उनके लिए आसान नहीं होगा.सर्वे-हवीविंग शिंटेय कल जहाँ Adver Kagwled के पक्ष पर एक cucking हमले की झलक थी Bhphrhes locty की सरकार.केरविस शहर में स्कूलों की भयानक स्थिति पर शौचालय डालने का दावा करते हुए, कजेरी ने कहा कि मैं एक रिपोर्ट पढ़ रहा था, सुजातवादी स्कूलों में सरकार को भयंकर हालत में हैं.उन्होंने ऐसे कई स्कूलों को बंद कर दिया है जिनमें 10 क्लासें होती हैं, मगर एक टीचर वहाँ होता था.उन्होंने आगे कहा: दिल्ली में सरकारी स्कूलों की स्थिति को देखिए या अपने रिश्तेदारों से पूछें जो दिल्ली के रहनेवाले हैं.स्वतंत्रता के बाद से पहली बार, एक सरकार आयी है जो शिक्षा क्षेत्र के लिए इतना कुछ कर रही है.हम नेता नहीं हैं, हम सिर्फ आप की तरह सामान्य लोग कर रहे हैं.कवरल ने 10 गारंटी दी कि यह खबर, चेरवियन के लोगों को मिलेगी जिसमें हर महीने 3,000 मासिक भुगतान किए जाते हैं ।.इस सम्मेलन ने केजेवीव हमले का कड़ा विरोध किया.हंगरी के नेता पासवान कुताडा ने दिल्ली के मुख्य मंत्री को इस बहस का समर्थन किया कि वह सोवियत सरकार की हुकूमत में जीत हासिल करे.एमएपी माहिश प्रयश में भी प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है, जहां कांग्रेस तथा बJP मुख्य विरोधी हैं.कांग्रेस को लगता है कि राज्य में विरोध वोटों का कोई भी विभाजन BJP की मदद करेगा.शायद, इस बात पर एक प्रस्ताव जिसमें कांग्रेस की स्थिति में है... ...एक मजबूत स्थिति के लिए दबाव डाल सकता है महान पुराने पार्टी से दूर रहने का प्रभाव जहां केकवील पार्टी प्रमुख - दिल्ली और Paunbs हैं.कांग्रेस पहले से ही दिल्ली में अपनी इकाइयों और Pab के एक बहुत विरोध का सामना कर रहा है APi-SB के साथ किसी भी टाईप पर.दिल्ली के गणराज्य नेता आरविन्वल पार्टी के विरोध में मुख-उनकी आवाज़ कर रहे हैं.पोन्हा में, जहाँ अंतिम सम्मेलन चुनावों में एग्नेप का कांग्रेस शामिल किया गया था, महान पार्टी के नेता डर से कि Kjewads पार्टी पर कोई नरम दृष्टिकोण Auck और BJPUCHI की स्थिति को सुधारने में मदद करेंगे.इससे साफ पता चलता है कि दोनों पक्षों को आपस में मिले रहने के लिए संतुलन बनाए रखने की ज़रूरत होगी.AAP केवल BJP और उस कांग्रेस के अलावा ही एक से अधिक स्थिति में सरकार है.यह बहुत ही उत्सुक है कि अपने राजनीतिक पैर छपाई और कांग्रेस को विस्तृत करने की कोशिश करें, जो भारत में अपनी तर्जी के साथ अनेक देशों में एक प्रत्यक्ष राजनैतिक विरोधी है.दूसरी ओर का कांग्रेस पार्टी की आशा को फिर से बनाने के लिए कठिन परिश्रम कर रहा है और पार्टी चुने गए प्रदर्शन में सुधार करने के िलए भी हताश है.जब दोनों दल देश के राष्ट्रीय स्तर पर हाथ मिलाने की दबाव को समझते हैं, तो वे कैसे एक दूसरे का सामना करते हैं कि विरोध में उनका भविष्य तय कर लें.( तिरछे टाइप हमारे).
Source: https://timesofindia.indiatimes.com/india/arvind-kejriwal-india-mumbai-meeting-opposition-meeting-congress-chhattisgarh-delhi-congress-punjab-congress-aap-aam-aadmi-party/articleshow/102912099.cms