DATE: 2023-08-23
नई न्यू यॉर्क I: एक कदम जो किसानों को आनुवंशिक रूप से सुधारने के लिए रास्ते तैयार कर सकता है, वह कि मध्य - पूर्वी अदालत में पिछले साल दिए मौखिक कार्य का केंद्र था और यह ति भर देता न तो राई की बालें बनाना चाहता था ना ही उसे मंज़ूरी नहीं देता.ऊपर कोर्ट से पहले, सरकार ने फैसला किया कि नवंबर 3 को मौखिक कार्यवाही शुरू हो जाएगी ।.पुरुषत्व और पुनःसंत्र के माध्यम से विभिक विविधताओं का बढ़ता विकास भारत में एक गंभीर तत्व है जो भविष्य में भोजन सुरक्षा प्राप्त करने की तरह इस तकनीक को आगे चलकर उच्च क्षमता उत्पन्न करेगा, जिससे किसानों तथा किसान खेती - पोषण करते हैं.बड़ी नीति - व्यवस्था का मकसद था, शुरूआत के लायक.इसका अर्थ यह है कि अक्तूबर २०२ की तारीख के तहत, शर्त निर्धारित करने पर सरकार ने उस प्रक्रिया को जारी रखना और उसके निष्कर्ष पर पहुँचने का निश्चय किया जो संभवतः सरकारों ने कार्यकर्ताों और अन्य लोगों द्वारा बनी हुई तलाक़ - दरयों से आनेवाली समस्याओं में विरोध उत्पन्न करने के लिए दृढ़निश्चित था.यदि अदालत केंद्र के लिए सहमत है, GM राई की व्यावसायिक खेती अनुमति देने का प्रक्रिया तेजी से होगा मध्य जीवीट रीकेशनल समिति (GAC)..यदि अनुमति दी जाए, तो जीव राई का दाना भारत में तसवीरे विकसित करने के बाद दूसरी फसल होगी.जब किसान आनेवाले मौसम में अच्छी मात्रा में बीज बोए जाते हैं, तो किसान अगले 2024 के समय से लेकर आज तक जीएम राई का कारोबार कर सकते हैं.यह मध्य केंद्र अपने अनुप्रयोग में कहा जाता है, भारत की सरकार द्वारा दी गयी स्वीकृति के अधीन दूसरा वृद्धि का समय भी सितंबर और २०23 के अक्तूबर महीने में आता है.इस अदालत में नवंबर 3 को भारत के मौखिक कथन से संबंधित एक संघ की चर्चा की जा सकती है, जिसे समझाने के लिए खास संदर्भों का इस्तेमाल किया गया था.जैसे - जैसे वह अनुप्रयोग सोमवार को फ़ाइल किया गया और विपरीत पार्टियों में सेवा नहीं की गयी, जो एक सप्ताह के लिए कार्य करते थे, न्याय विंगना तथा यूजेर ब्राज़ान का छापा हुआ था ।.भारतीय किसानों के बीच शिक्षा और सचेत स्तर उनके सहवास की सीमा पर नहीं थे, SC ने जनवरी में कहा था कि सभी एहतियातपूर्वक अपॉयरीय डिज़ीटाइडर राई को संशोधित करने देने से पहले ले जाया जाना चाहिए। और केंद्र पूछा कि क्या यह अब कोई ठोस कारण है.वकील जनरल ने जवाब दिया था, यह दबाव का सवाल नहीं है लेकिन प्रक्रिया.अगर सरकार द्वारा ली गई निर्णय में कोई समस्या नहीं है.( तिरछे टाइप हमारे).
Source: https://timesofindia.indiatimes.com/india/centre-makes-u-turn-on-gm-mustard/articleshow/102956744.cms